उत्तराखंड। देश सरकार ने कमजोर वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। अब 10,000 छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग दी जाएगी। सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में इस योजना की समीक्षा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने कहा कि कोचिंग योजना की गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रतिभागियों का चयन सख्त स्क्रीनिंग प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा ताकि योग्य विद्यार्थियों को ही अवसर मिले। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि तैयारी के लिए छात्रों को सुविधाजनक समय और वातावरण उपलब्ध कराया जाए और कोचिंग का परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाई दे केवल औपचारिकता नहीं। शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने बताया कि इस वर्ष कुल 10 हजार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। कक्षा 11 में पढ़ने वाले छात्रों को दो वर्ष की कोचिंग दी जाएगी। 12वीं पास विद्यार्थी एक वर्ष की कोचिंग प्राप्त करेंगे।कोचिंग कार्यक्रम आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स तीनों धाराओं के अनुरूप तैयार किया जाएगा, जिसमें अधिकांश प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शामिल होगी। इसके साथ ही मेधावी छात्रों को एडवांस कोचिंग का भी लाभ दिया जाएगा। बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव मनुज गोयल और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

