देहरादून: प्रदेश भर में कल वन आरक्षी भर्ती परीक्षा आयोजित होनी है। ठीक उससे पहले एसटीएफ(Special Task Force) ने वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले रैकेट का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक आरोपी कोचिंग सेंटर संचालक है और दूसरा निजी कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। मामले में तीन अभ्यर्थियों के नाम भी सामने आए हैं। एसटीएफ इनके अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है।
दोनों नकल कराने को बना रहे थे योजना
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि हरिद्वार का एक कुख्यात नकल माफिया मुकेश सैनी वन आरक्षी परीक्षा में नकल कराने की तैयारी कर रहा है। वह नारसन में कोचिंग सेंटर चलाता है। जिसके बाद एक टीम का गठन कर कोचिंग सेंटर में दबिश दी गई तो वहां वहां सैनी और उसका साथी रचित पुंडीर नकल कराने की योजना बना रहे थे।दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने की थी योजना
पूछताछ में सैनी ने बताया कि उसने 15 अभ्यर्थियों से नकल कराने का सौदा किया था। उनसे चार-चार लाख रुपये लिए जाने थे। कुछ अभ्यर्थियों ने एडवांस के तौर पर 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये भी दे दिए थे। परीक्षा केंद्र पर नकल कराने के लिए उसने कुछ ब्लूटूथ डिवाइस भी मंगाई थी। इन्हें भी एसटीएफ ने बरामद कर लिया है। इस मामले में तीन अभ्यर्थियों प्रदीप, अभिषेक निवासी नसीरपुर मंगलौर और अंकुल निवासी रायसी, लक्सर के नाम भी सामने आए हैं। इन्हें भी मुकदमे में नामजद किया गया है।