कैबिनेट बैठक में सैनिक कल्याण विभाग के तहत उपनल कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। इसके तहत सैनिक कल्याण विभाग के उपनल कर्मचारियों को हर 3 महीने में प्रोत्साहन भत्ता मिलता था लेकिन अब उपनल कर्मचारियों को हर महीने प्रोत्साहन भत्ता मिलेगा। प्रोत्साहन भत्ता हर माह देने से सरकार को ईएसआई कटौती के रूप में प्रतिवर्ष 3.85 करोड़ का अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना होगा।
प्रोत्साहन भत्ते का मामला डेढ़ साल से अधर में फंसा हुआ था
आपको बता दें कि उपनल कर्मियों के प्रोत्साहन भत्ते का मामला डेढ़ साल से अधर में फंसा था। दरअसल, दिसंबर 2021 के कैबिनेट फैसले के बाद सैनिक कल्याण विभाग ने पिछले साल छह जनवरी को मासिक प्रोत्साहन भत्ता देने का आदेश जारी कर दिया। इसमें तब पेच फंस गया जब ईएसआई कटौती भी बढ़ गई। हर तीसरे माह प्रोत्साहन भत्ता देने पर वो ईएसआई के दायरे में नहीं आता था लेकिन मासिक स्तर पर पैसा बढ़ने से ईएसआई अंशदान भी बढ़ जाता है। विवाद बढ़ने पर 25 मार्च 2022 को पुरानी त्रैमासिक व्यवस्था को लागू कर दी गई। मालूम हो कि वर्तमान में 10 वर्ष से अधिक सेवा कर चुके उपनलकर्मियों को हर तीसरे महीने 17,400 रुपये व दस वर्ष से कम सेवा वाले कार्मिकों के लिए भत्ते की राशि 14,400 रुपये तय है। धामी सरकार ने पूर्व में लागू 8400 रुपये त्रैमासिक भत्ते को बढ़ाया था।