


जिला अस्पताल में डीएम आलोक कुमार पांडेय की अध्यक्षता में जिला एवं महिला अस्पताल के चिकित्सा प्रबंधन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमे जिला अस्पताल के बेहतर प्रबंधन व लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने हेतु विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने एवं लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए विभिन्न प्रस्तावों पर सहमति भी बनी। बैठक में जिला एवं महिला अस्पताल के वित्तीय वर्ष 2025 – 26 के व्यय को लेकर भी चर्चा हुई। जिसके व्यय को लेकर जिलाधिकारी ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अनुमोदित बजट का उपयोग मितव्ययिता के साथ किया जाए और आवश्यक उपकरण एवं सेवाओं में ही धनराशि को व्यय किया जाए । जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में जो व्यवस्थाएं अस्पताल में लागू हैं, उन्हें सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल में साफ सफाई की समुचित व्यवस्था बनाई जाए। मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिए। इसके लिए वर्तमान भोजन की गुणवत्ता एवं पौष्टिकता में वृद्धि की जाए। उन्होंने कहा कि जिन उपकरणों एवं सामग्री की आवश्यकता हैं, उन्हें नियमानुसार क्रय कर लिया जाए तथा खरीद में सभी नियमों का पालन किया जाए एवं गुणवत्तायुक्त सामग्री ही खरीदी जाए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों में यह व्यवस्था बनाई जाए कि डॉक्टर यदि मरीजों को बाहर से दवाई लेने के लिए लिखते हैं, तो उसका रिकॉर्ड अस्पताल में अनिवार्य रूप से रहे, जिससे मरीजों की शिकायत का संज्ञान लेकर बाहर से दवाई लिखने के कारण की जांच की जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए डॉक्टर जिस पर्चे पर दवाई लिखते हैं, उसके नीचे कार्बन कॉपी रखी जाए, जिससे दवाई लिखने का रिकॉर्ड रखा जा सके। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कहा कि जिला अस्पताल में एक और लिफ्ट लगाने की आवश्यकता है। इस प्रस्ताव की भी प्रबंधन समिति में सहमति बनी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द दूसरी लिफ्ट को स्थापित कर लिया जाए, जिससे यदि एक लिफ्ट खराब हो जाए तो अस्पताल आने वालों के लिए दूसरी लिफ्ट से वैकल्पित व्यवस्था बनी रहे। उन्होंने अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिए कि अस्पताल में आने वाले मरीजों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। उनके हित में जो भी आवश्यक है, उसकी व्यवस्था की जाए।