
जागेश्वर धाम में आज मकर संक्रांति के पावन पर्व पर, प्रसिद्ध जागेश्वर धाम मैं हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा के अनुसार, भगवान जागेश्वर महादेव के शिवलिंग को गाय के शुद्ध घी से बनी एक विशेष गुफा में विराजमान किया जाता है।इस गुफा को ‘घृत कमल’ कहा जाता है और इसे बनाने की प्रक्रिया बेहद खास होती है। सबसे पहले, गाय के घी को गर्म करके पिघलाया जाता है। फिर इसे जटा गंगा नदी के ठंडे पानी में डालकर ठंडा किया जाता है, जिससे यह गुफा जैसी आकृति ले लेता है।आज, धाम के समस्त पुजारी गण पूजा-अर्चना के बाद शिवलिंग को इस घृत कमल से ढक देंगे। अगले एक महीने तक, भक्त इसी रूप में भगवान के दर्शन करेंगे। माघ मास के अंत में, इस पवित्र घी को प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा।
(उक्त खबर जानकारी के मुताबिक लिखी गई है)