


उत्तराखंड राज्य में भाजपा के बंगाल हिंसा पर प्रदर्शन को लेकर अल्मोड़ा जिला कांग्रेस प्रवक्ता निर्मल रावत ने नसीहत देते हुए कहा है कि महिला अपराध, उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ भाजपा की सलेक्टिव एप्रोच भर्त्सना योग्य है। देश प्रदेश की सारी बेटियां एक जैसी हैं, उनके खिलाफ हुए मामलों में भाजपा को अपनी सलेक्टिव अप्रोच को छोड़कर सबको बराबर मानते हुए सामने आना चाहिए। भाजपा की यह सलेक्टिव सोच अपराधियो के हौसलों को बढ़ाती है, अगर उत्तराखंड में बीजेपी सरकार अंकिता भंडारी हत्याकांड के अपराधियों को बचाने में न लग कर उनके खिलाफ खड़ी होती तो आज प्रदेश में महिला अपराधों के प्रति मजबूत लड़ाई लड़ी जा सकती थी। अक्सर देखा गया है कि जब भी किसी दूसरी पार्टी द्वारा शासित राज्य में महिला अपराध होता है तो भाजपा वहां की सरकारों के खिलाफ मुखर होती है, पर जब ऐसा कोई मामला भाजपा शासित राज्य में होता है तो भाजपा नेताओं को सांप सूंघ जाता है। भाजपाई बंगाल में महिला के विरुद्ध किए अपराध पर आवाज उठा लेते हैं पर अपने ही प्रदेश की अंकिता भंडारी और तस्लीम जहां हत्याकांड में दोषियों को बचाते हुए दिखते है। भाजपा को यह समझना होगा कि बेटियां सब एक जैसी होती हैं, चाहे वो किसी राज्य की हों, उनके खिलाफ अपराधियों को किसी कीमत पर बक्शा नहीं जाना चाहिए, सरकारों को चाहिए कि वो ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्ती से पेश आकर उन्हें न्यायालय के कड़ी सजा दिलवाने हेतु सक्षम पैरवी और प्रयास करे।