उत्तराखंड के मशहूर यू-ट्यूबर व बाइक राइडर अगस्त्य चौहान पुत्र जितेंद्र सिंह चौहान की बुधवार सुबह यमुना एक्सप्रेस वे पर टप्पल क्षेत्र में दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस मामले ने अब एक नया मोड़ लिया है। परिवार ने मौका-ए-वारदात देखने और उसके साथियों से बात करने के बाद बेटे की बाइक राइडिंग की प्रतिद्वंद्विता में हत्या का अंदेशा जताया है। पुलिस को तहरीर का इंतजार है, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाएगी।
इन बातों पर जताया संदेह
पिता ने पुलिस को बताया की उसके अनुसार दिल्ली से उनका बेटा अपने चार अन्य बाइक राइडर साथियों संग चला था। इनके बीच 300 किमी से ऊपर की कोई प्रतियोगिता तय थी। इनकी बाइकों व हेलमेट पर एक दूसरे के वीडियो बनाने संबंधी 360 डिग्री के कैमरे भी सेट थे। वे कैमरे गायब हैं। इनमें से तीन तो जेवर टोल से यू-टर्न लेकर वापस चले गए, जबकि अगस्त्य व एक अन्य दुर्घटनास्थल तक आए और आसपास ही दूसरा भी वहां से यू-टर्न लेकर वापस चला गया। उसने फिर अगस्त्य के विषय में कुछ जानने का प्रयास नहीं किया। उनका कहना है कि 300 की रफ्तार से बाइक दौड़ रही थी तो सिर्फ सिर में चोट आई और बाइक में मामूली टूट फूट हुई है। इस रफ्तार में शरीर के अन्य अंग घायल होते, बाइक भी टूट जाती।
मौके पर किसी कार के पहियों के घसीटने के निशान
अगस्त्य के पिता ने कहा कि बेटे के साथ चल रहे राइडर ने परिजनों से तीन घंटे बाद संपर्क किया। उसने खुद की लोकेशन बताई। परिवार मिलने गया तो वह नहीं मिला। बार-बार लोकेशन बदलने लगा। इसके अलावा मौके पर किसी कार के पहियों के घसीटने के निशान थे। बाकी चारों अभी तक सामने क्यों नहीं आए। इसीलिए उन्होंने बेटे की मौत को हादसा नहीं हत्या माना है। इन सवालों पर खुद एसपी देहात ने सीओ खैर के साथ मौके पर पहुंचकर देर रात तक जांच की तो कुछ सवाल ऐसे हैं, जिन पर संदेह है। पुलिस ने सीसीटीवी, फॉरेंसिक जांच, अन्य चारों राइडरों से पूछताछ के लिए परिवार से तहरीर मांगी है।