नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट में गुरुवार को तीन नए जजों की नियुक्ति को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली है। इनमें वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश थपलियाल, अधिवक्ता पंकज पुरोहित और हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल विवेक भारती शर्मा शामिल है। नैनीताल हाईकोर्ट में वर्तमान में मुख्य न्यायाधीश सहित 5 जज पोस्टेट हैं, 3 जजों की नियुक्ति के बाद अब नैनीताल हाईकोर्ट में जजों की संख्या आठ हो गई है। नव नियुक्त न्यायाधीश आज यानी शुक्रवार को शपथ ग्रहण करेंगे। उन्हें मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी शपथ दिलाएंगे।
राकेश थपलियाल हाईकोर्ट में केंद्र सरकार के असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल रहे
जानकारी के मुताबिक वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश थपलियाल मूलतः पौड़ी गढ़वाल के खतसयुं श्रीकोट के निवासी हैं। उनके पिता चंडी प्रसाद थपलियाल अध्यापक थे। उनके नाना जनार्दन जोशी भी कर्णप्रयाग में अधिवक्ता रहे। राकेश थपलियाल की प्रारंभिक शिक्षा प्राइमरी स्कूल श्रीनगर व इंटर की शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ से हुई। स्नातक पौड़ी से करने के बाद उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की। 1990 से उन्होंने वकालत प्रारंम्भ की। उत्तराखंड हाईकोर्ट बनने के बाद वे 2000 में नैनीताल हाईकोर्ट आ गए। 2002 में केंद्र सरकार के स्टेंडिंग काउंसिल बने और 11 महीने बाद इस पद से इस्तीफा दे दिया। 2014 में उत्तराखंड हाईकोर्ट में केंद्र सरकार के असिस्टेंट सॉलिसीटर जनरल बने। उन्हें 2014 से तीन बार यह जिम्मेदारी मिल चुकी है।
पंकज पुरोहित ने उत्तराखंड राज्य बनने के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट में वकालत की
अधिवक्ता पंकज पुरोहित का जन्म 28 जुलाई 1968 को देवल ग्वाड़ चमोली में हुआ। पंकज पुरोहित की प्रारंभिक शिक्षा अलकापुरी चमोली के प्राइमरी स्कूल से हुई। गोपेश्वर से ही उन्होंने बीएससी और एलएलबी किया। उनके पिता प्रेमचन्द्र पुरोहित भी अधिवक्ता थे। 1992 में इलाहाबाद बार कांउसलि में उनका पंजीयन हुआ। 1997 से वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत करने लगे। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट में वकालत की। वह बीमा कंपनियों, जिला पंचायतों, नगरपालिकाओं, राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, सीतापुर नेत्र चिकित्सालय आदि के अधिवक्ता रहे हैं। मई 2017 में वह उत्तराखंड हाईकोर्ट में उप महाधिवक्ता बने लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने यह पद छोड़ दिया।
विवेक भारती शर्मा ने राज्यपाल के विधि सलाहकार के रूप में भी कार्य किया
बात करें रजिस्ट्रार जनरल विवेक भारती शर्मा की तो वह उत्तराखंड बेच के 2005 के हायर ज्यूडिशयरी सर्विस के न्यायिक अधिकारी हैं। उनकी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से हुई है। उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में 1990 से वकालत प्रारंम्भ की और दिल्ली सरकार की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में स्टेंडिंग काउंसिल नियुक्त हुए। बाद में वह भारत सरकार के स्टेंडिंग काउंसिल बने। हायर ज्यूडिशियल सर्विस में चयनित होने के बाद वह अपर जिला जज हरिद्वार, हल्द्वानी, नैनीताल रहे। वह प्रिंसिपल जिला जज पिथौरागढ़ और पौड़ी भी बने। उन्होंने राज्यपाल के विधि सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। वह वाणिज्यिक कर ट्रिब्यूनल के चेयरमैन, उजाला भवाली के निदेशक और जिला जज हरिद्वार भी रहे हैं। अप्रैल 2022 में उन्हें हाईकोर्ट का रजिस्ट्रार जनरल बनाया गया।