उत्तराखंड: काशीपुर निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट नदीमुद्दीन ने विधानसभा के लोक सूचना अधिकारी से विधायकों की सुविधाओं पर खर्च की सूचनाएं मांगी थी। जिसके जवाब में उत्तराखंड विधान सभा सचिवालय ने विधायकों को लैपटाॅप देने पर जनता के 3 करोड़ 37 लाख रूपये से अधिक खर्च होने की जानकारी उपलब्ध कराई है।
राज्य गठन से पांचवी विधानसभा के सदस्यों तक 5 बार सभी 71 विधायकों को लैपटाॅप दिये गये
नदीमुद्दीन के मुताबिक विधानसभा सचिवालय के लोक सूचना अधिकारी/अनुसचिव मनोज कुमार ने अपने पत्रांक 146 दिनांक 9 मार्च 2023 से विधानसभा के सदस्यों को लैपटाॅप उपलब्ध कराये जाने सम्बन्धी सूचनायें उपलब्ध करायी है। उन्हें उपलब्ध सूचना के अनुसार राज्य गठन से पांचवी विधानसभा के सदस्यों तक 5 बार सभी 71 विधायकों को लैपटाॅप दिये गये है जिस पर कुल 3 करोड़ 37 लाख 22 हजार 149 रूपये की धनराशि खर्च हुई है।
2004 का उपलब्ध डेटा-
2004 में 58,66,588 रूपये खर्च करके 71 लैपटाॅप 82628 रुपये प्रति लैपटाॅप की दर के उपलब्ध कराये गये। जबकि 13208 रुपये प्रति प्रिंटर की दर के 71 प्रिंटर भी 9,37,768 रू.खर्च करके उपलब्ध कराये गये।
2007 का उपलब्ध डेटा-
एक्टिविस्ट नजीमुद्दीन को उपलब्ध जानकारी के अनुसार 2007 में 71 विधायकों को 7019231 रुपये कीमत के लैपटाॅप टैक्स सहित 51,83000 रुपये खर्च करके उपलब्ध कराये गये। जबकि 8550 रुपये की कीमत के प्रिंटर टैक्स सहित 6,31,332 रुपये खर्च करके उपलब्ध कराये गये।
2014 का उपलब्ध डेटा-
2014 में 59390 रुपये की कीमत के 3 लैपटाॅप टैक्स सहित 187078 खर्च करके 4965 कीमत के 3 प्रिंटर 14895 रुपये खर्च करके उपलब्ध कराये गये।
2017 का उपलब्ध डेटा-
एक्टिविस्ट नजीमुद्दीन को उपलब्ध जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में 71 विधायकों को 64625.42 की कीमत के लैपटाॅप टैक्स सहित 54,14,917.68 खर्च करके तथा 8250 रुपये कीमत के प्रिंटर टैक्स सहित 6,91,185 रुपये खर्च करके उपलब्ध कराये गये। पांचवी विधानसभा (2022) के सदस्यों को लैपटाॅप एवं प्रिंटर उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक विधायक के खाते में 139000 रुपये स्थानांतरित कर दिये गये है। इस प्रकार 71 विधायकों के खाते में लैपटाॅप के लिए हस्तांतरित धनराशि की गणना 98 लाख 69 हजार रुपये है।