उत्तराखंड: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आयोजित सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में कोरोना-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम को लेकर मैराथन चर्चा हुई। इस बैठक में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने प्रदेश में कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं भविष्य की तैयारियों का लेख-जोखा रखा।
राज्य सरकार किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये पूरी तरह से तैयार
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में है और राज्य सरकार किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये पूरी तरह से तैयार है। वर्तमान में राज्य में कुल 98 सक्रिय रोगी है, जो स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना जांच एवं वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के दृष्टिगत 9 अप्रैल को प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों की वर्चुअल बैठक ली जायेगी जबकि महामारी की रोकथाम के लिये पर्याप्त संसाधनों एवं प्रबंधन का अनुमान लगाने के उद्देश्य से आगामी 10 अप्रैल को सभी चिकित्सा इकाईयों में मॉक ड्रिल आयोजित की जायेगी, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं।
प्रदेश में 11 राजकीय जांच केन्द्रों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा
वर्तमान में राज्य में 26 फीसदी लोगों को प्रिकॉशन डोज लगाई जा चुकी है, जबकि 12 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को पहली एवं दूसरी डोज शतप्रतिशत लगाई जा चुकी है। कोविड-19 जांच के लिये प्रदेश में 11 राजकीय जांच केन्द्रों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा है जिनकी प्रतिदिन औसतन 13000 से 15000 सैंपल जांच करने की क्षमता है। इसके अलावा राज्य में कोविड-19 की जीनोम सीक्वैनसिंग जांच के लिये राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून, हल्द्वानी एवं अल्मोड़ा में लैब कार्यशील है। विभागीय मंत्री ने बताया कि राज्य के राजकीय चिकित्सालयों में कुल 7703 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, 852 आईसीयू बेड एवं 1165 वेंटिलेटर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि कोरोना-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिये भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू किया जायेगा।