पिथौरागढ़ जिले के थल-मुनस्यारी मार्ग पर उफान पर आए नालों में पानी के तेज प्रवाह से यात्रियों और वाहन चालकों के लिए खतरा बना हुआ है। हाईवे पर बह रहे उफनाए नालों में पूर्व में कई लोग बहकर काल के गाल में समा चुके हैं। इन घटनाओं से अब तक सबक न लेकर सुरक्षा के जरूरी इंतजाम नहीं किए गए। ऐसे में वाहन चालक, यात्री और पर्यटक इस हाईवे पर खतरे के बीच सफर करने के लिए मजबूर हैं। चीन सीमा को जोड़ने वाला थल-मुनस्यारी हाईवे पर्यटन के साथ ही सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस हाईवे से होकर हर रोज 400 से अधिक वाहनों से सैकड़ों यात्री और पर्यटक मुनस्यारी पहुंचते हैं। बनीक, गिरगांव, रातीगाड़, भालू खोल्टा के पास हाईवे पर बहने वाले नाले हर मानसून काल में खतरा बनते हैं।