मुख्यमंत्री ने सचिवालय में वन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान मानव-वन्यजीव संघर्ष पर रोक लगाने के लिए वन विभाग के साथ ही शासन-प्रशासन के स्तर पर प्रभावी प्रयास सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए।
पौड़ी जनपद में मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं और इसकी रोकथाम में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने पौड़ी के डीएफओ को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश जारी किए।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की किसी भी घटना की सूचना मिलने के 30 मिनट के भीतर वन विभाग की टीम मौके पर पहुँचे, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए संबंधित डीएफओ और रेंजर की जवाबदेही तय करने को कहा गया है।
साथ ही प्रभावितों को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए।उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में जंगली जानवरों का अधिक खतरा है, उन क्षेत्रों में स्कूली बच्चों को सुरक्षित आने-जाने के लिए वन विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाए।समीक्षा बैठक में माननीय वन मंत्री सुबोध उनियाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
