
उत्तराखंड राज्य में अप्रैल माह से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। जिसको लेकर प्रदेश सरकार तैयारीयों में लगी हुई है। यात्रा पर आने वाले यात्रियों सुवास्थ सेवाओं को देखते हुए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने चारधाम यात्रा में सेवा देने वाले पीजी डॉक्टरों को डीआरपी प्रमाण देने की मंजूरी सरकार को दे दी है। पीजी डॉक्टरों को जिला रेजीडेंसी कार्यक्रम (डीआरपी) प्रमाण पत्र मिलेगा। इस प्रमाण पत्र के लिए उन्हें अलग से तीन माह की ट्रेनिंग नहीं करनी पड़ेगा। जिसके चलते पहली बार इस व्यवस्था से चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेगी। प्रदेश सरकार की ओर पीजी व डीएनबी डॉक्टरों की चारधाम यात्रा में सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय व राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग(एनएमसी), राष्ट्रीय बोर्ड आफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (एनबीईएमएस) का प्रस्ताव भेजा गया था। प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने मंजूरी देकर आदेश जारी किए हैं।