शिक्षकों के आंदोलन के चलते शिक्षा विभाग के साथ ही साथ युवा कल्याण विभाग की भी मुश्किलें बढ़ रही हैं। इस बार खेल महाकुम्भ मे शिक्षकों की ओर से भागीदारी न निभाने के ऐलान के चलते इसे अंजाम तक पहुंचाना दोनों विभागों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में विभागों ने खेल महाकुंभ को रोकने का फैसला लिया है। दरअसल राजकीय शिक्षक संघ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और पहले ही खेल महाकुंभ में सहयोग न करने का ऐलान किया था। आज से जिला मुख्यालय के जीआईसी खेल मैदान में खेल महाकुंभ के आयोजन की तिथि तय थी। शिक्षकों के सहयोग न करने के निर्णय से शिक्षा विभाग और युवा कल्याण विभाग को अपना फैसला बदलने पर मजबूर होना पड़ा है। जीआईसी के प्रधानाचार्य एमएस बिष्ट ने खंड शिक्षा अधिकारी को खेल महाकुंभ रोकने के लिए पत्र भेजा है।