पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के बेटे के शंकरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में छापेमारी की। इस दौरान विजिलेंस टीम ने मेडिकल कॉलेज में रखे सरकारी जेनरेटर को जब्त कर उसे सहसपुर थाने में जमा कर दिया। विजिलेंस की इस कार्रवाई के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी पुत्र वधू मौके पर ही मौजूद रहीं।बुधवार को सुबह ठीक दस बजे विजिलेंस की टीम पुलिस उपाधीक्षक सतर्कता सेक्टर नैनीताल हल्द्वानी के नेतृत्व में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बेटे के मेडिकल कॉलेज में छापेमारी शुरू की। इस दौरान विजिलेंस विभाग की टीम ने सबसे पहेल मेडिकल कॉलेज में रखे गये 180 किलोवाट के जेनरेटर को कब्जे में ले लिया, जिसे क्रेन से उठाकर एक ट्रैक्टर ट्राली में रखकर सहसपुर थाने में पुलिस के हवाले किया गया।बताया जा रहा है कि हरक सिंह रावत के वन मंत्री कार्यकाल में उक्त जेनरेटर पोखरी रेंज के लिए खरीदा गया था। जिसे तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत के शंकरपुर स्थित उनके बेटे के मेडिकल कॉलेज में रखा गया। पोखरो रेंज प्रकरण में कोर्ट में चल रहे मामले के दौरान कोर्ट के निर्देश पर विजिलेंस ने यह कार्रवाई की।इस दौरान विजिलेंस ने जेनरेटर से सबंधित तमाम दस्तावेजों की जांच पड़ताल की। इस दौरान कुछ दस्तावेजों को विजिलेंस की टीम ने अपने में कब्जे में ले लिया। विजिलेंस विभाग की टीम की इस कार्रवाई के दौरान मेडिकल कॉलेज के उस कक्ष में जहां विजिलेंस जांच पड़ताल कर रही थी, वहां पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी पुत्र वधू अनुकृति गुसांई मौजूद रहीं।जब्त किया गया जेनरेटर 180 किलोवाट का मेडिकल कॉलेज से जब्त किया गया जेनरेटर काफी पावर फुल है, जिसकी क्षमता करीब 180 किलोवाट है विद्युत आपूर्ति बंद होने के दौरान पूरे मेडिकल कॉलेज के लिए इस जेनरेटर से बिजली की सप्लाई की जाती थी। बिजली आपूर्ति बंद रहने के दशा में कई घंटों तक सप्लाई जारी रहती थी, जिससे कालेज में बिजली आपूर्ति से प्रभावित होने वाले कार्य प्रभावित न हो सकें।