वट सावित्री व्रत: पंचांग के अनुसार आज यानि 19 मई को ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है और आज के दिन वट सावित्री व्रत रखा जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार कर बरगद के पेड़ का विधि-विधान से पूजन करती है और अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं।
वट सावित्री व्रत 2023 शुभ मुहूर्त
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कोई भी व्रत या पूजा यदि शुभ मुहूर्त में की जाए तो वह अधिक फलदायी मानी जाती है। वट सावित्री व्रत के दिन पूजा क शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 19 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।
व्रत का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार सावित्री ने तपस्या और व्रत-उपवास के बल पर यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस मांगे थे। उसी प्रकार हर सुहागिन अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए वट सावित्री का व्रत रखती है। इस व्रत में वट वृक्ष का महत्व बहुत होता है। इस दिन सुहागिन स्त्रियां वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ का पूजन करती है और उसकी परिक्रमा लगाती हैं। बरगद के पेड़ की 7, 11,21,51 या 101 परिक्रमा लगाई जाती है। पेड़ पर सात बार कच्चा सूत लपेटा जाता है।