उत्तराखंड की पहाड़ियों पर हो रही मानसूनी बारिश एक बार फिर आफत बनकर टूटी। बुधवार को रुद्रप्रयाग जिले में लगातार बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं सामने आईं, जिससे गौरीकुंड-केदारनाथ यात्रा मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। इस वजह से हजारों श्रद्धालु बीच रास्ते में फंस गए। हालांकि प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बड़ा हादसा टाल दिया। राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन की तत्परता से शाम 5 बजे तक करीब 1500 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया। इसी दिन मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया था, जो पूरी तरह सटीक साबित हुआ। गुरुवार के लिए भी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा हरिद्वार, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, ऊधमसिंहनगर और रुद्रप्रयाग जिलों में तेज बिजली गिरने और बारिश की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने सभी लोगों से अपील की है कि वे यात्रा करने से पहले मौसम की स्थिति की जानकारी लें और जरूरी सावधानियां बरतें। विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक आवाजाही से बचने की सलाह दी गई है।
