चारधाम यात्रा 2025 को देखते हुए बीआरओ ने 36 किलोमीटर लंबी इस सड़क को पक्का कर दिया है। इस साल भगवान शिव के प्राचीन निवास स्थल आदि कैलाश जाने वाले यात्री गुंजी से ज्योलिंगकांग तक चमचमाती सड़क पर सफर करेंगे। धारचूला से ज्योलिंगकांग की दूरी लगभग 110 किलोमीटर है। इसमें धारचूला से गुंजी 74 किलोमीटर जबकि गुंजी से ज्योचारधाम यात्रा 2025 को देखते हुए बीआरओ ने 36 किलोमीटर लंबी इस सड़क को पक्का कर दिया है। इस साल भगवान शिव के प्राचीन निवास स्थल आदि कैलाश जाने वाले यात्री गुंजी से ज्योलिंगकांग तक चमचमाती सड़क पर सफर करेंगे। धारचूला से ज्योलिंगकांग की दूरी लगभग 110 किलोमीटर है। इसमें धारचूला से गुंजी 74 किलोमीटर जबकि गुंजी से ज्योलिंगकांग की दूरी 36 किमी है। पहले इस सड़क के अधिकांश हिस्से के कच्चा होने से वाहन संचालन में परेशानी होती थी। कई स्थानों पर दुर्घटना का खतरा भी रहता था। अब बीआरओ की 65 आरसीसी ने गुंजी से ज्योलिंगकांग तक 3.75 मीटर चौड़ी सड़क को पक्का कर दिया है। सड़क मार्ग पर स्थित नदी नालों पर पांच वैली ब्रिज भी बनाए गए हैं।लिंगकांग की दूरी 36 किमी है। पहले इस सड़क के अधिकांश हिस्से के कच्चा होने से वाहन संचालन में परेशानी होती थी। कई स्थानों पर दुर्घटना का खतरा भी रहता था। अब बीआरओ की 65 आरसीसी ने गुंजी से ज्योलिंगकांग तक 3.75 मीटर चौड़ी सड़क को पक्का कर दिया है। सड़क मार्ग पर स्थित नदी नालों पर पांच वैली ब्रिज भी बनाए गए हैं।
