उत्तरकाशी में पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक शोर का माहौल है। यहां हिन्दू नाबालिग युवती को भगाने की कोशिश के बाद उपजा विवाद बढ़ता जा रहा है। हिंदूवादी संगठनों की ओर से दी गई धमकी के बाद उत्तरकाशी के पुरोला में जहां मुसलमानों की दुकानें बंद हैं तो कई लोग पलायन कर चुके हैं। इस बीच दोनों तरफ से मुद्दे को तूल देने की कोशिश भी चल रही है।
धारा 144 लागू
बता दें कि विहिप और बजरंग दल ने 15 जून को महापंचायत का ऐलान किया है तो मुस्लिम समुदाय भी 18 जून को जवाबी महापंचायत की तैयारी में है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने महापंचायत की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। प्रशासन ने 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत को देखते हुए आज यानि 14 जून से 19 जून तक धारा 144 लागू कर दी है। सुरक्षा के लिए पीएसी की एक कंपनी भी बुलाई गई है।
मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें छोड़ने की चेतावनी
ज्ञात हो कि उत्तरकाशी के पुरोला में 26 मई को हिंदू समुदाय की एक नाबालिग लड़की को मुस्लिम समुदाय के युवक द्वारा भगाने के प्रयास का मामला सामने आया। जिसके बाद सांप्रदायिकता का माहौल बढ़ गया। हिंदू संगठनों ने रैलियां निकाली और मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें छोड़ने की चेतावनी दी गई। उनकी दुकानों पर धमकी भरे पोस्टर चिपका दिए गए। डर के माहौल में तब से ही मुसलमानों की दुकानें बंद हैं। अब तक करीब 12 व्यापारी पलायन भी कर चुके हैं, जिनमें बीजेपी के अल्पसंख्यक नेता भी शामिल हैं।