उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी सिलक्यारा सुरंग हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन कार्य एक बार फिर से नए सिरे से शुरू कर दिया गया है। इस बारे मे जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि सुरंग में ऊपर से ड्रिलिंग करने के लिए एक ही दिन में पहाड़ी की चोटी तक सड़क बना ली गई है। सुरंग मे 9 दिन से फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पांच विकल्पों पर एक साथ काम किया जाएगा। इन विकल्पों को पूरा करने के लिए पांच अलग-अलग एजेंसियां तय की गई हैं। इन एजेंसियों में तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी), सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएनएल), रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल), राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) और टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (टीएचडीसीएल) शामिल हैं। टिहरी जलविद्युत विकास निगम (टीएचडीसी) बड़कोट छोर से ‘माइक्रो टनलिंग’ का काम शुरू करेगी। इसके लिए भारी मशीनरी पहले ही जुटाई जा चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि एक ही दिन में पहाड़ की चोटी तक सड़क बना ली गई है। हालांकि सुरंग में बचाव का काम रविवार को लगभग रुका रहा। समाचार एजेंसी यूनिवार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार शाम चार बजे यानी 50 घंटे बाद फिर से ड्रिलिंग कार्य शुरू हो गया है। पांच एजेंसियों ने राहत और बचाव कार्य में मोर्चा संभाल लिया है। एजेंसियों ने बचाव अभियान के अगले चरण के लिए खुद को तैयार कर लिया है। ये एजेंसियां पांच विकल्पों पर एक साथ काम करेंगी ताकि जल्द से जल्द टनल में फंसे मजदूरों को निकाला जा सके।