लोकसभा की पांचों सीटें जीतने के बावजूद भाजपा को 2019 की तुलना में वोटों और विस सीटों के मामले में झटका लगा है। 70 विस सीटों में भाजपा 2019 की तुलना में केवल 13 सीटों पर ही बढ़त बना सकी। सबसे ज्यादा बढ़त भाजपा ने नैनीताल-यूएसनगर लोस में बनाई। पार्टी नेतृत्व इसे लेकर काफी गंभीर है और उसे यह प्रश्न मथ रहा कि संसाधनों, सांगठनिक नेटवर्क और रणनीति के मामले में मजबूत तैयारी के बावजूद पार्टी लक्ष्य के मुताबिक, प्रदर्शन क्यों नहीं कर पाई। उत्तराखंड राज्य में लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी के सभी 47 विधायकों की विधानसभा और उनके बूथों में प्रदर्शन को लेकर रिपोर्ट कार्ड जांचा जाएगा। भाजपा प्रदेश महेंद्र भट्ट पहले ही इसके संकेत दे चुके हैं। उनका मानना है कि प्रदर्शन की समीक्षा से आने वाले चुनाव की प्रभावी रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। इसलिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सबसे पहले विधानसभा, मंडल और बूथ स्तर पर जिम्मेदार नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की समीक्षा करने का फैसला लिया है। पार्टी मुख्यालय में एक कमेटी को 2019 के लोकसभा चुनाव, 2022 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के तुलनात्मक विश्लेषण के जरिये प्रदर्शन के आकलन का जिम्मा दिया जाएगा।