उत्तराखंड: देहरादून से धर्म परिवर्तन का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां 24 साल के वैभव ने इस्लाम धर्म कबूल किया है। पिछले चार साल से वैभव नमाज अदा कर रहा है। अब वैभव के परिवार ने पुलिस से सहायता की गुहार लगाई है। डोईवाला पुलिस ने वैभव से पूछताछ के अलावा के मोबाइल और लैपटॉप की जांच की गई।
ऑनलाइन ट्रेडिंग करते-करते हुई इस्लाम के बारे में जानकारी
जानकारी के मुताबिक डोईवाला के बुल्लावाला गढ़वाली कॉलोनी निवासी कृष्ण बिजलवान ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा वैभव चार साल से घर से बाहर नहीं गया। वह अकसर अपने कमरे में रहता था। उन्होंने बेटा पढ़ाई कर रहा है यह सोच कभी डिस्टर्ब नहीं किया। एक दिन जब वह बेटे वैभव से बात करने गए तो वह अपने आप को मुस्लिम बताने लगा। वह उर्दू में बात करता। बेटे के मुंह से यह सब सुनकर वह हैरान रह गए। उस समय उन्होंने वैभव को अकेला छोड़ दिया और कमरे से बाहर आ गए। अगली बार उन्होंने वैभव से पूछा तुमने यह सब कहां से सीखा तो वैभव बताया कि क्रिप्टो में ऑनलाइन ट्रेडिंग करते-करते उसको इस्लाम के बारे में जानकारी हुई। इस्लाम सबसे अच्छा धर्म है। आप लोग भी यही धर्म अपना कर पांच वक्त की नजाम पढ़ो।
पिता के साथ की मारपीट
वैभव ने बताया कि वह ऑनलाइन इस्लामिक साहित्य भी पढ़ता है। ग्रुप में उसके कुछ दोस्त हैं, जो उसे ये सब भेजा करते हैं। वह हर दिन अपने कमरे में पांच वक्त की नमाज पढ़ता है। हालांकि जब वैभव के मां-बाप ने उसे समझा-बुझाकर मनोचिकित्सक के पास ले जाने को कहा तो वैभव ने पिता कृष्ण बिजलवान के साथ ही मारपीट की। साथ ही मां और परिवार के साथ अन्य सदस्यों को भी डराया धमकाया।
पुलिस को शक है कि वैभव को भी फंसाया गया
वैभव कई इस्लामिक प्लेटफॉर्म से जुड़ा हुआ था। कई मौलवियों के संपर्क में भी था। वैभव पुलिस को ऑनलाइन इस्लामिक झंडे का शक है। दरअसल, पुलिस को शक है कि वैभव को भी फंसाया गया है। ऑनलाइन इस्लामिक एजेंडे का शक पुलिस जता रही है। पुलिस वैभव के बारे में और जानकारी जुटा रही है कि वह किस से मिलने जाता था। किसके किसके संपर्क में था। सुझाव देने पर जानकारी मिली कि वह डिप्रेशन के शिकार है और यह उसका इस्लामी धर्म के प्रति आकर्षण रहा है। पुलिस ने वैभव का मोबाइल और लैपटॉप कब्जे में ले लिया है उसकी जांच की जा रही है।