राज्य के राजकीय विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को अब रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों से हर साल 10 हजार छात्र-छात्राओं का कैंपस प्लेसमेंट सुनिश्चित किया जाएगा। वे राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित दो दिवसीय ‘चिंतन शिविर – शिक्षा संवाद’ में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मंत्री ने कहा कि अब विश्वविद्यालयों और उनके संबद्ध महाविद्यालयों में अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए कैंपस इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। उद्देश्य यह है कि पढ़ाई पूरी करते ही युवाओं को एक लाख रुपये प्रतिमाह तक का रोजगार पैकेज मिल सके। उन्होंने बताया कि विद्यालयी शिक्षा विभाग के तहत पहले ही 500 से अधिक माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं, जिससे हजारों विद्यार्थियों को हर साल कैंपस प्लेसमेंट के जरिए रोजगार मिल रहा है। इसी मॉडल को अब उच्च शिक्षा में भी लागू किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेज को अपने स्तर पर प्लेसमेंट सेल बनाना होगा। ये सेल छात्रों को विभिन्न कंपनियों से जोड़ने और अंतिम वर्ष में इंटरव्यू की व्यवस्था कराने का कार्य करेंगे। डॉ. रावत ने विश्वविद्यालयों को राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग और NAAC ग्रेडिंग में सुधार लाने पर भी बल दिया। चिंतन शिविर के पहले दिन “गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा के नवीन आयाम” विषय पर सत्र आयोजित हुए, जिनमें शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने नई शिक्षा नीति (NEP-2020), कौशल आधारित शिक्षा, डिजिटल गैप और शिक्षकों की गुणवत्ता वृद्धि जैसे मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
