उत्तराखंड राज्य में अगले साल से विश्वविद्यालय एवं संबद्ध शैक्षणिक संस्थानों के स्नातक पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा। नई शिक्षा नीति तहत अब छात्रों कोतीन साल के डिग्री कोर्स के लिए चार साल की पढ़ाई करनी होगी। छात्रों को चौथे साल में बीसीए ऑनर्स और बीसीए ऑनर्स विद रिसर्च चुनने का विकल्प मिलेगा। साथ ही खास ट्रेनिंग का भी मौका मिलेगा। श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया, एनईपी के तहत यह बदलाव किए गए हैं। यह बदलाव बीए, बीसीए और बीकॉम जैसे स्नातक पाठ्यक्रम में अगले सत्र से लागू होंगे। बताया, एक साल की पढ़ाई पूरी करने पर छात्रों को सर्टिफिकेट, दो वर्ष में डिप्लोमा और तीन वर्ष में डिग्री दी जाएगी। जबकि चौथे साल में छात्रों को बीए, बीसीए व बीकॉम विद रिसर्च की डिग्री दी जाएगी। जबकि एक साल की पढ़ाई और करने पर छात्रों को पीजी की डिग्री दी जाएगी। कहा, विद्यार्थियों को अब दुनिया में तेजी से उभरते नए क्षेत्रों में खुद को प्रशिक्षित करने का मौका भी मिलेगा। जिसमें छात्र एआई, मशीन लर्निंग व डाटा साइंस की बारीकियां सीख सकेंगे।
