उत्तराखंड: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के घर 2016 के बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन के मामले में आज सीबीआई की टीम नोटिस देने के लिए पहुंची। जिसकी जानकारी खुद पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने दी।
यह पोस्ट किया साझा
दोस्तों #CBI के नोटिस के संबंध में मैंने आपसे कहा था कि मैं पूरा सहयोग करूंगा क्योंकि ज्यों-ज्यों जांच आगे बढ़ेगी, न्यायालय के विभिन्न स्तरों पर तर्क-वितर्क आएंगे, तो जो हमारे ऊपर आरोप लगे हैं और #भाजपा ने जिस तरीके से उन आरोपों को दुष्प्रचारित किया है, एक भ्रम पैदा किया है। मेरे सार्वजनिक जीवन के हित में है कि वो बातें, पूरी स्थितियां उत्तराखंड और देश के लोगों के सामने स्पष्ट हों। मगर CBI इतनी जल्दी में है कि आज सुबह जब मैं कुछ दोस्तों को ईद की मुबारकबाद देने गया था तो उस दौरान मेरे घर पर नोटिस लेकर के पहुंच गए, मैं घर पर था नहीं। फिर मैंने निश्चय किया है कि मैं उनको खुद आमंत्रित करू कि आएं और चाहें तो आज अर्थात 29 जून को ही मुझे नोटिस सर्व कर दें।
यह है मामला
2016 में हरीश रावत के कार्यकाल में एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आया था। स्टिंग ऑपरेशन एक चैनल से जुड़े उमेश कुमार (मौजूदा निर्दलीय विधायक) ने जारी किया था। इसमें सीएम हरीश रावत पर सरकार बचाने के लिए विधायकों की सौदेबाजी करने के गंभीर आरोप लगाए गए थे। इस दौरान उमेश कुमार ने ही एक और स्टिंग विधायक मदन सिंह बिष्ट का भी जारी किया जिसमें डॉ. हरक सिंह रावत के शामिल होने का दावा करते हुए हरीश रावत सरकार को बचाने के लिए खरीद-फरोख्त के आरोपों से जोड़ते हुए जारी किया गया था। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी।