उत्तराखंड में बारिश तबाही लेकर आई है. केदारनाथ के गौरीकुंड में बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण दो दुकानें मलबे में दब गई हैं. मलबे की चपेट में आकर 10 से 13 लोग लापता होने का अनुमान लगाया जा रहा है. यहां लगातार बारिश और मंदाकिनी नदी में बाढ़ जैसे हालात बन जाने से रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कत आ रही है. उत्तराखंड के कई अन्य जिलों में भी बारिश से भूस्खलन हुआ है. हिमाचल प्रदेश में भी पहले से ही बंद चल रहे रास्तों की संख्या बढ़ गई है. शिमला जाने वाला हाइवे भी बीच में ढह जाने के कारण बंद कर दिया गया है.
गौरीकुंड में सोते हुए लोग दब गए मलबे में
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले का गौरीकुंड केदारनाथ धाम की यात्रा का बेस कैंप है. यहीं से यात्रा की शुरुआत होती है. जानकारी के मुताबिक, गुरुवार देर रात गौरीकुंड इलाके में भारी बारिश शुरू हुई थी. रात में अचानक डाक पुलिया के सामने की पहाड़ी पर भूस्खलन हो गया और मलबा सीधा दो दुकानों पर जा गिरा. उस समय दुकानों के अंदर लोग सो रहे थे. SDRF के मुताबिक, मलबे में दबकर करीब 13 लोग लापता हो गए हैं. इनमें स्थानीय दुकानदार और ढाबों पर काम करने वाले व सामान ढोने वाले नेपाली शामिल हैं. देर रात ही NDRF और SDRF ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, लेकिन बारिश के कारण रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है.