बुधवार को अल्मोड़ा काँग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज गुडडू ने यहाँ जारी बयान में कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा चलाये जा रहे मेरी माटी , मेरा अभियान पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर छोटी मानसिकता का परिचायक हैं। उत्तराखण्ड ग्राम्य विभाग द्वारा जारी सरकारी पत्र स्वयं बयां कर रहे हैं , उत्तराखण्ड के जनपद स्तर के अधिकारी भारी दवाब में अपने अधीनस्थ अधिकारियों एंव कर्मचारियों को पत्र भेजकर ग्रामस्तर, विकासखंड ऒर जिला पंचायत स्तर पर मेरी माटी, मेरा अभियान कार्यक्रम की क्रमवार लिखित सूचना भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष को उपलब्ध कराने के निर्दॆश पर गम्भीर सवाल उठाते हुए कहा कि एक राजनैतिक दल के जिलाध्यक्ष जो कि किसी भी प्रकार से उत्तराखण्ड सरकार के किसी भी दायित्व के साथ जनता के द्वारा चुना प्रतिनिधि भी नहीं हैं। उसे किस अधिकार ऒर कोन से नियम के तहत जिला पंचायत राज अधिकारी अल्मोड़ा द्वारा सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किये हैं। इसकी उच्चस्तरीय जाँच की बड़ी माँग उठाई हैं। श्री भोज ने कहा कि केन्द्र एंव उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार अपनी नाकामियों सहित देश में बढ़ता जा रहा भष्ट्राचार के दीमक, बेरोजगारी के रिकार्ड स्तर के साथ बढ़ती मँहगाई ऒर लचर कानून व्यवस्था से देश की जनता का ध्यान हटाने के लिए मेरी माटी , मेरा अभियान से अपने कार्यकर्ताओं को खुश करने का मात्र हिटलरी अभियान बनाने की कोशिश मात्र हैं। देश की मोदी सरकार ने अपने नॊ वर्ष के अधिक कार्यकाल में देश के संविधान को कमजोर करने की अनेकों बार कोशिश की हैं। जिसका ताजा प्रत्यक्ष उदाहरण कार्यक्रम की सूचना अपनी पार्टी के जिलाध्यक्ष को उपलब्ध कराने का हैं। उन्होंने कहा कि काँग्रेस पार्टी जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय का शीघ्र घेराव करके भाजपा जिलाध्यक्ष को किस संवैधानिक नियम के तहत सूचना उपलब्ध कराने के विभाग के निर्दॆश का बड़ा खुलासा करेगी।