पिथौरागढ़ जिले से जुडी एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहाँ केंद्र सरकार की तरफ से महत्वाकांक्षी वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत चीन सीमा पर बसे हुए सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के पुरे आठ गांव पहली बार सड़क मार्ग से जुड़ने जा रहे है। ग्राम्य विकास विभाग के तहत पीएमजीएसवाई में इन सड़कों का बनाया जाएगा। आपको बता दे की विभाग की तरफ से इसके लिए 124 करोड़ रुपये का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था, जिसे अब केंद्र की सैद्धांतिक मंजूूरी मिल चुकी है। करीब 44 किमी लंबाई की छह सड़कों के बन जाने से आठ गांवों की आबादी के साथ सीमा पर तैनात आईटीबीपी को भी इन सड़कों का फायदा मिलेगा। पिथौरागढ़ के साथ साथ उत्तराखंड के चमोली और उत्तरकाशी जिलों के 51 सीमांत गांवों को वाइब्रेंट विलेज योजना में शामिल किया गया है।
सड़क मार्ग से जुड़ने जा रहे सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के आठ गांव-
•-टोला में 3.325 किमी।
•-रोंगकों में 1.025 किमी।
•-खिमलिंग में 23.20 किमी।
•-टिडांग, सीपू और मारचा में 10.01 किमी।
•-पांछु, पांछु गुनथ (घानघर) में 6.40 किमी।
इसके अलावा हीरा घुमारी गांव भी इसमें शामिल है, जो वन सीमा के अंतर्गत आता है, आईटीबीपी की ओर से इस गांव को चिह्नित करने का अनुरोध किया गया है।