पिथौरागढ़: अपनी चचेरी ताई, भाभी, विवाहित बहन के साथ अपनी पत्नी की निर्मम हत्या करने के बाद संतोष राम ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। उसकी मौत के साथ ही हत्या के राज हमेशा के लिए दफन हो गए। लेकिन पुछताछ में मामूली बात की रंजिश पर हत्या की बात सामने आने से हर कोई स्तब्ध रह गया है।
एक सप्ताह पूर्व संतोष ने परिवार को बड़ियाठ से मारने की कोशिश की थी
प्रकाश राम बताया कि एक वर्ष पहले उसका पूरा परिवार अपनी ताई की बरसी में निमंत्रण में गया था। लेकिन संतोष के परिवार को ये निमंत्रण नहीं था। वह चाहता था कि प्रकाश का परिवार भी निमंत्रण में न जाए। प्रकाश के परिवार के जाने के बाद से ही संतोष उनसे रंजिश रखने लगा। इस घटना के बाद संतोष का पैर टूट गया था। जिसमें रौड़ पड़ी थी। कुछ दिन पहले ही उसका पैर ठीक हुआ था। पैर ठीक होते ही एक सप्ताह पूर्व संतोष ने परिवार को बड़ियाठ से मारने की कोशिश की तब परिवार ने भागकर जान बचाई थी। उसके बाद उसने 12 मई शुक्रवार को उसके परिवार के 3 सदस्यों को बड़ियाठ से काट डाला। साथ ही अपनी पत्नी को भी मार दिया। प्रकाश का कहना है कि संतोष ने निमंत्रण के विवाद के कारण मेरा परिवार उजाड़ दिया। वह अपने परिजनों को याद कर भावुक हो जाता है। संतोष राम ने निर्मम हत्याकांड को अंजाम देकर अपने चार बच्चों समेत छः बच्चों की जिंदगी मुश्किल कर दी।