नैनीताल में 17 सितंबर को बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में बीते 3 दिनों से लोग खुद अपने घरो को तोड़ रहे थे, लेकिन आज रविवार को करीब 4 बजे चौथे दिन प्रशासन जिला चिकित्सालय के आवासों की ओर नाला नंबर 20 की शाखा का पाटकर में मजदूरों के साथ छोटी स्टोन कटर मशीनों के साथ साथ तीन जेसीबी मशीनें लेकर वहां पहुंच गयी जिसके बाद से ध्वस्तीकरण अभियान ने जोर पकड़ लिए और फिर ध्वस्तीकरण पूरे जोर से शुरू होने लगा। जेसीबी मशीनों और अभियान की सक्रियता के चलते बीच क्षेत्र में बाहरी लोगों के आने जाने पर रोक लगा दी गयी। इस ध्वस्तीकरण अभियान की वजह से क्षेत्र में रोज दिन में सुबह 10 से अभियान की समाप्ति तक बिजली की आपूर्ति काटी जा रही है, जबकि रविवार को क्षेत्र की इंटरनेट ब्रॉडबेंड की लाइनें भी अभियान की चपेट में आकर कट गयी हैं। क्षेत्र में पहले प्रशासन ने 36 घरों को जिला चिकित्सालय की भूमि पर चिन्हित किया था और उन्हें तोड़ने के आदेश दिये थे। इसके बाद आधे, आढ़े-तिरछे या हिस्सों में चिन्हित हुए घरों को भी पूरी तरह खाली कर तोड़ने के आदेश दिये गये, जबकि इसके बाद 15 और भवनों को भी ध्वस्तीकरण के लिये चिन्हित किया गया है। एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि यह सभी भवन पहले से ही जिला चिकित्सालय की भूमि पर अतिक्रमण के रूप में चिन्हित हैं। इधर क्षेत्र वासियों का आरोप है कि प्रशासन लगातार चिन्हित भवनों की संख्या बढ़ा रहा है।