हल्द्वानी के सुभाष नगर से जुडी एक बड़ी खराब सामने आ रही है यहाँ पर अतिक्रमण हटाने को लेकर पुरे तीन घंटे खूब जमकर हंगामा मचा। दरसल इस क्षेत्र के विधायक सुमित हृदयेश समर्थकों के साथ इसके विरोध पर उतर आए। जिसके बाद यहाँ सिटी मजिस्ट्रेट से लेकर पुलिस अधिकारी सभी मौके पर पहुंचे गए। और इस बीच जमकर धक्का-मुक्की और नोकझोंक हुई। अंत मे निगम की टीम ने अतिक्रमण तोड़कर लौटी।सुभाषनगर इलाके में धार्मिक स्थल के पास करीब 70 सालो से दुकान और दो कमरों के मकान में जहीर बख्श और उनका परिवार रह रहा था। वह कपड़ों पर प्रेस करने का काम करते हैं। चार अक्तूबर को उन्हें नगर निगम की तरफ से नोटिस मिला। इस नोटिस में अवैध रूप से भूमि पर बनी सड़क के हिस्से पर कब्जा करके घर बनाने की बात कही गई थी। और तीन दिनों के अंदर घर को खाली करने की मोहलत दी गई थी। बीते शनिवार दोपहर तीन बजे सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट जेसीबी और नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंच गई। परिवार वालों ने इसका विरोध किया। और जैसे ही इसकी सूचना हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश को मिली वह भी मौके पर पहुंच गए। उऔर न्होंने नगर निगम की कार्रवाई का विरोध किया। एक घंटे से चल रहे विरोध को देखते हुए सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने इसकी सूचना नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय और सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को दी। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट के साथ ही एसपी सिटी हरबंस सिंह भी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने विधायक सुमित हृदयेश और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। अतिक्रमण का विरोध करने के दौरान मंडी समिति के एक सदस्य और एक छात्र नेता के बीच बहस होने लगी। जिसको लेकर वहाँ मौजूद सीओ ने छात्र नेता को डांट दिया। और इसी बात को लेकर सीओ और छात्र नेता के बीच जमकर बहस शुरू हो गई जो देखते देखते धक्कामुक्की मे बादल गई। पुलिस ने छात्र नेता की शर्ट पकड़कर खींचा। जिसको देखते हुए विधायक सुमित हृदयेश बीच बचाव के लिए आए और किसी तरह मामला शांत करवाया। एक बार तो नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इस सारे हंगामे को देखते हुए वहाँ स्थित आसपास की सारी दुकानें बंद हो गईं। हंगामा बढ़ने के तीन घंटे बाद नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय मौके पर पहुंचे। उन्होंने विधायक को समझाया। बताया कि कोर्ट से स्टे खारिज हो चुका है। इसके बाद विधायक वहां से चले गए। उम्मीद खत्म होने के बाद परिवार ने घर से सामान निकाला। इसके बाद नगर निगम ने अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया।