ड्यूटी के दौरान देश के खातिर अपनी जान का बलिदान देने वाले अग्निवीरों के परिवार जनों को सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि दी जाएगी। इस बारे में न्यूज एजेंसी एएनआई ने रविवार (22 अक्टूबर) को सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। यह दावा ऐसे समय किया गया है जब बीते रविवार महाराष्ट्र के अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण ने सियाचिन ग्लेशियर के जोखिम भरे इलाके में ड्यूटी के दौरान देश के लिए अपने प्राणो का बलिदान दे दिया। रविवार देर रात एडीजीपीआई-इंडियन आर्मी के आधिकारिक X हैंडल से आर्थिक सहायता संबंधी जानकारी दी गई।
अग्निवीर के परिजनों को कितनी दी जाएगी राशि
मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दिए जाने के संबंध में सोशल मीडिया पर परस्पर विरोधी संदेशों को देखते हुए यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है कि परिवार को मिलने वाली परिलब्धियां (मुआवजा) सैनिक की सेवा की प्रासंगिक शर्तों और नियमों के तहत होंगी। पोस्ट में कहा गया, ”अग्निवीरों की नियुक्ति की शर्तों के अनुसार, डिसीज्ड बैटल कैजुअल्टी के लिए ऑथराइज्ड मुआवजे में जो शामिल किया जाएगा, उसमें गैर अंशदायी बीमा राशि (48 लाख रुपये), सेवा निधि में अग्निवीर (30 फीसदी) का योगदान, सरकार की ओर से समान योगदान और उस पर ब्याज, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल का भुगतान (तत्काल मामले में ₹13 लाख से ज्यादा), सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से 8 लाख रुपये का योगदान और AWWA की ओर से तत्काल 30 हजार रुपये की आर्थिक सहायता शामिल है।