प्रसिद्ध कार्डिओथोरेसिक सर्जन डॉ.राहुल चंदोला बीस साल से भी ज़्यादा व्यापक अनुभव रखने वाले दुनिया के कुछ प्रमुख चिकित्सा संस्थानों जैसे टोरोंटो जेनेरल हॉस्पिटल, सनीब्रूक हॉस्पिटल, यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बर्टा और हुम्बोल्ट विश्वविद्यालय, जर्मनी जैसे दुनिया के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में बड़े वक्त बिताने का अनुभव शामिल है, उन्होंने विकास को बढ़ावा देने के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी गवर्नमेंट अस्पताल, के आउटपेशेंट विभाग (ओपीडी) में मासिक रूप से रोगियों से परामर्श के लिए उपलब्ध होंगे। साथ ही वह भारत और विदेश में अंगदान कार्यक्रम और जागरूकता प्रचारण में भी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। डॉ. राहुल चंडोला कहते हैं। “मुझे सुशीला तिवारी गवर्नमेंट अस्पताल के साथ जुड़ने की एक अलग खुशी है। वह इसलिए क्यूंकि मैं हल्द्वानी से मूल रूप से ज़ुरा हुआ हू। स्थानीय लोगों की सेवा करने का एक अलग एहसास होता है और ऐसा करने से मुझे एक अलग ख़ुशी मिलेगी। मैं आशा करता हूँ कि मेरा सुशीला तिवारी गवर्नमेंट अस्पताल के साथ जुड़ना क्षेत्र और राज्य के निवासियों को लाभान्वित करेगा, जो कटिंग-एज, जटिल प्रक्रियाओं के लिए इस छेत्र से दूर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। मैं हल्द्वानी में हृदय और फेफड़ों के इलाज और सर्जरी के नवाचार लाने के प्रति प्रतिबद्ध हूं,”IHLD ने दिल्ली के 300 बिस्तरों वाली PSRI अस्पताल के साथ समन्वय किया है, जो की दक्षिण दिल्ली में प्रेस एनक्लेव मार्ग पर अवस्थित है । टीम में 50 समर्पित, परिपक्व और कुशल कार्डियो-थोरेसिक सर्जन, प्रत्यारोपण चिकित्सक, गहन चिकित्सक, हृदय रोग विशेषज्ञ, रिहैबिलिटेशन विशेषक्षय, पुनर्वास विशेषज्ञ, नर्स, परफ्यूजनिस्ट, और अनुभवी सामाजिक कार्यकर्ता इत्यादि शामिल हैं। जिसमे मूल रूप के साथ उत्तमता से देखभाल और रोगी के प्रति करुणा के साथ अथक परिश्रम और लगन से काम करते हैं। संस्थान को समर्पित ऑपरेशन थिएटर, हाइब्रिड कैथ लैब, कार्डियक और ट्रांसप्लांट आईसीयू, ओपीडी और कार्डियो-पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम होंगे। डॉ. राहुल चंदोला, जो दो दशकों के अनुभव के साथ एक प्रतिष्ठित सर्जन हैं, जिनके पास दुनिया के सबसे अच्छे अस्पतालों जैसे टोरंटो जनरल अस्पताल, सनीब्रुक अस्पताल, अल्बर्टा विश्वविद्यालय और हम्बोल्ट विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर अनुभव है, वो इस संस्थान की शुरुआत करने में अग्रणी हैं। वह भारत के कुछ सर्जनों में से एक हैं जो हृदय और फेफड़े के प्रत्यारोपण और कॉम्प्लेक्स कार्डियो थोरैसिक और वैस्कुलर सर्जरी में विशेषज्ञ हैं। वह भारत और विदेशों में अंग दान कार्यक्रम और जागरूकता अभियानों को आगे बढ़ाने के लिए जरुरी भूमिका निभा रहे हैं। IHLD के कार्डियो-थोरेसिक सर्जरी के संस्थापक-अध्यक्ष और प्रमुख डॉ. राहुल चंदोला कहते हैं, हम भारत में हृदय और फेफड़े के उपचार और सर्जरी में नवीनतम प्रगति लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। डॉ. चंदोला के अनुसार “IHLD को नवीन शुरुआत करने पर गर्व है, और विश्वास है कि यह राजधानी के साथ साथ देश विदेश के रोगियों को लाभान्वित करेगा, साथ ही हृदय और फेभडो के उपचार के लिए भारत से बाहर जाने की आवश्यकता नही पड़ेगी। IHLD के कुशल डॉक्टर कार्डियो-थोरेसिक और ट्रांसप्लांट हेल्थकेयर में परिवर्तन का नेतृत्व कर रहे हैं”। IHLD को हंस फाउंडेशन का समर्थन प्राप्त है, जो देश भर में स्वास्थ्य सेवा, विकलांगता, आजीविका और शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक कार्यक्रम चलाने वाले सबसे बड़े धर्मार्थ और कल्याणकारी संगठनों में से एक है। फाउंडेशन ने पिछले चार सालो में 3 हज़ार करोड़ रुपये के कल्याणकारी कार्यक्रमों का समर्थन किया है। IHLD ने 5 हज़ार से अधिक जटिल हृदय और फेफड़े के ऑपरेशन और प्रत्यारोपण के माध्यम से अब तक 20 हज़ार से ज़्यादा जिवन को सहायता प्रदान किया है। इसने बद्रीनाथ, केदारनाथ, उत्तरकाशी जैसे दुर्गम और दूरस्थ स्थानों सहित पूरे उत्तर भारत में नि: शुल्क शिविर भी चलाए हैं, यहाँ तक कि देश के आखरी गाँव माणा तक भी अपनी सेवाएँ पहुँचाई हैं। IHLD ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए 600 से अधिक लोगों के निशुल्क जटिल हृदय ऑपरेशन भी किए हैं।