समाचार एजेंसी एएनआई से मिली हुई जानकारी के अनुसार 15 सितंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमे सरकार ने आज भारतीय वायु सेना के लिए 12 Su-30MKI को खरीदने के लिए की मंजूरी दे दी, जिसको हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के जरिये बनाया जाएगा। इसमे जरुरत के हिसाब से 60% से ज़्यादा स्वदेशी सामग्री शामिल होगी। रक्षा अधिकारियों का कहना है कि ये भारतीय वायुसेना के सबसे आधुनिक Su-30 MKI विमान होंगे जो कई भारतीय हथियारों और सेंसर से लैस होंगे। ये सभी खरीद भारतीय विक्रेताओं से खरीदें (भारतीय-स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (आईडीएमएम)/खरीदें (भारतीय) श्रेणी के तहत की जाएंगी, जिससे भारतीय रक्षा उद्योग को ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में पर्याप्त बढ़ावा मिलेगा। मंत्रालय ने कहा कि डीएसी ने भारतीय नौसेना के लिए अगली पीढ़ी के सर्वेक्षण जहाजों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिससे हाइड्रोग्राफिक संचालन करने में इसकी क्षमताओं में काफी बढ़ोतरी होगी। डीएसी ने भारतीय वायु सेना के प्रस्तावों के लिए एओएन को भी मंजूरी दे दी जिसमें संचालन के लिए सटीकता और विश्वसनीयता में सुधार के लिए डोर्नियर विमान का एवियोनिक अपग्रेडेशन शामिल था। स्वदेशी रूप से निर्मित ALH Mk-IV हेलीकॉप्टरों के लिए एक शक्तिशाली स्वदेशी सटीक निर्देशित हथियार के रूप में ध्रुवस्त्र शॉर्ट रेंज एयर-टू-सरफेस मिसाइल की खरीद को DAC ने मंजूरी दे दी गई है।