प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के पहले चरण में कुमाऊं मंडल के चार जिलों का चयन किया गया है। जिसमे अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर को चुना गया है। आपको बता दे की अल्मोड़ा में 1160, बागेश्वर 407, चंपावत में 313 और पिथौरागढ़ 686 ग्राम पंचायतें हैं जिनके लिए शासन ने इन चुने गए चारों जिलों के जिलाधिकारियों को संबंधित जिलों की ग्राम पंचायतों के प्रधानों को योजना के पोर्टल पर ऑनबोर्ड करने के निर्देश दिए हैं। ग्राम प्रधान संबंधित ऑनलाइन पंजीकृत आवेदनों का सत्यापन करेंगे। इस संबंध में महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा ने चारों के जिलों जिलाधिकारियों को पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि पीएम विश्वकर्मा योजना का 17 सितंबर को उद्घाटन हो चुका है। योजना के पहले चरण में राज्य के चार पर्वतीय जिलों में ग्राम पंचायत प्रधान कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर ऑनबोर्ड होंगे। इसके लिए एक सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों को काम धंधा शुरू करने के लिए सरकार सस्ता लोन देगी। योजना में 18 पारंपरिक कार्यों के लाभार्थियों को सबसे पहले ट्रेनिंग और स्टाइपेंड का प्रावधान है। इस योजना में बढ़ई, नाव बनाने वाला, अस्रकार, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला बनाने वाला, लोहार, मरम्मत करनेवाला, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, मूर्तिकार, टोकरी और झाड़ू निर्माता,पत्थर तोड़ने वाला, सुनार, पॉटर, मोची, राजमिस्त्री, धोबी, दर्जी, मछली पकड़ने का जाल निर्माता आदि लोन के लिए पंजीकृत कर सकते है। पंजीकरण के लिए आपको अधिवास, कौशल प्रमाणपत्र, मोबाइल नंबर, खाता संख्या, हस्ताक्षर, राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक, फोटोग्राफ इन प्रमाण पत्र की जरुरत पड़ने वाली है। लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्रों का सत्यापन तीन चरणों में होगा। पहले चरण में ग्राम प्रधान व नगरीय क्षेत्रों में नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी करेंगे। दूसरे चरण में डीएम की अध्यक्षता में गठित जिला कार्यान्वयन समिति करेगी। तीसरे और आखिरी चरण में डीएफओ, एमएसएमई केंद्र सरकार की अध्यक्षता में गठित राज्यस्तरीय समिति होगी।