अल्मोड़ा: पूर्व सीएम हरीश रावत ने अल्मोड़ा-रामनगर हाईवे पर मोहान के पास सड़क की खस्ता हालत को देख गड्ढों के बीच धरना दिया। इसके बाद उन्होंने इसका वीडियो सीएम पुष्कर धामी को फेसबुक पर साझा करते हुए सरकार पर तीखे प्रहार किए।
सड़क की बदहाली को लेकर पूर्व में तीन बार दे चुके हैं धरना
जानकारी के मुताबिक पूर्व सीएम हरीश रावत अपने पैतृक गांव मोहंती से रामनगर जा रहे थे। इसी बीच सड़क की हालत देख वह धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि पर्यटन प्रदेश में सड़कों की दर्दनाक कहानी है। रामनगर से रानीखेत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले को जोड़ने वाली इस सड़क की बदहाली को लेकर वे पूर्व में तीन बार धरना दे चुके हैं लेकिन सरकार की नींद नहीं खुली। बावजूद इसके सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के दावे कर सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है।
भाजपा सरकार के विकास के सभी दावे फेल
हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड की हर सड़क की यही कहानी है। आलम यह है कि सरकार गड्ढा मुक्त सड़कों की बात कर पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कर रही है लेकिन विपक्षी विधायकों को खुद सड़क पर खड़े होकर गड्ढे भरवाने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा बीते सात वर्षों में तीन बार वे इस सड़क को ठीक करने की मांग करते हुए धरने पर बैठ चुके हैं लेकिन हालत जस के तस बने हुए हैं। भाजपा सरकार के विकास के सभी दावे फेल हैं। कुछ देर धरना देने के बाद रावत रामनगर रवाना हो गए।