चक्रवाती तूफान मोचा ने म्यांमार में भयंकर तबाही मचाई है। अभी तक म्यांमार में कम से कम 81 लोगों की मौत हो चुकी है। हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि यहां मौजूद लोगों को अपने टूटे हुए घरों के बाहर खड़े होकर मदद का इंतजार करना पड़ रहा है।
हवा की रफ्तार 195 किलोमीटर प्रतिघंटा
जानकारी के मुताबिक मोचा तूफान रविवार को तट से टकराया। इस दौरान हवा की रफ्तार 195 किलोमीटर प्रतिघंटा रिकॉर्ड की गई। तेज रफ्तार हवाओं की वजह से तट के करीब मौजूद गांवों में लगे खंभों उखड़ गए और लकड़ी की नावें टुकड़ों में बिखर गईं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय नेताओं ने बताया कि रखाइन राज्य में मौजूद गांवों बुमा और खाउंग डोक कार में कम से कम 46 लोगों की मौत हुई है। इस इलाके में रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यकों की बड़ी आबादी रहती है। म्यांमार के राज्य मीडिया ने बताया कि रखाइन की के उत्तर में स्थित राथेदौंग कस्बे के एक गांव में एक मठ ढह गया। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। मठ के पास में मौजूद गांव में तूफान के चलते इमारत ढह गई, जिसकी चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई।
अपनों को ढूंढ रहे लोग
100 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। दरअसल, तूफान हवाओं के साथ ऊंची-ऊंची लहरें तट से टकराईं। इस दौरान तटों पर मौजूद लोगों को ये लहरें बहाकर ले गईं और फिर जब तूफान थमा तो इन लोगों की लाशें मिलीं, जो कहीं तालाब तो कहीं तट के किसी कोने पर मौजूद थीं। लोगों को तटों के किनारे अपनों को ढूंढते हुए देखा गया है।