चम्पावत जिले में 595 से ज़्यादा आबादी वाले क्षेत्र बगेड़ी ग्राम पंचायत में सड़क न होने की वजह से गांव आज भी विकासहीन है और न लोगों के लिए सुविधाएं है। यहां के ग्रामीण करीब पिछले सात सालो से इस मुद्दे को लेकर लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी सड़क बनना तो दूर की बाद इसकी मंजूरी तक नहीं मिल सकी है। ग्रामीणों का कहना है कि छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को आवाजाही में परेशानी झेलनी पड़ रही है। चंपावत ब्लॉक के बगेड़ी ग्राम पंचायत के ज्यादातर लोग सड़क का इंतजार करते-करते थक गए हैं। आठ किमी की सड़क के लिए कई मंचों से आवाज उठाने के बाद मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में की गई शिकायत भी बेनतीजा निकली। सड़क नहीं होने का खामियाजा बगेड़ी, आगर, हैडिंगा, बैरा, लमकन, अमोन और सुकरिया तोक के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। आवाजाही में परेशानी के अलावा जरूरी सामान को गांव तक पहुंचाने में जेब पर भी काफी बोझ ढीली हो रही है। इस सड़क की वजह से सबसे ज्यादा मुसीबत बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाने में होती है। आठ किलोमीटर के पैदल और खराब रास्ते से डोली के सहारे मरीज को अस्पताल तक लाने में ढाई से तीन घंटे लगते हैं। वर्तमान में बगेड़ी ग्राम पंचायत में सड़क निर्माण सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है।