हल्द्वानी के वनभूलपुरा इलाके में भड़की हिंसा का सहारा लेते हुए बिहार निवासी युवक की गोली मारकर हत्या की और शव को गौला बाईपास के पास फेंक दिया गया, ताकि हर किसी को यह उपद्रव में हुई मौत की कहानी लगे। पुलिस को युवक का शव मिलने पर एसएसपी ने इस घटना का पर्दाफाश करते हुए महिला, साले और हत्या आरोपी सिपाही सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक-
हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में हुए उपद्रव के अगले दिन नौ फरवरी को बिहार के भोजपुर आरा जिला स्थित छीनेगांव निवासी 24 वर्षीय प्रकाश कुमार सिंह पुत्र सामदेव सिंह का शव गौलापार बाईपास के निकट पड़ा मिला था। जहां प्रकाश का शव मिला, वह हिंसाग्रस्त क्षेत्र में
आने की वजह से शुरुआत में इसे उपद्रव से जोड़कर देखा जा रहा था। प्रकाश के सिर के पिछले हिस्से में तीन गोलियां मारी गई थीं। मृतक की शिनाख्त उसके पास से मिले आधार कार्ड से हुई थी। यहां से पुलिस की सूचना पर मृतक के परिजन भी बिहार से यहां पहुंच गए थे।
एसएसपी ने किया मामले का खुलासा-
गुरुवार को एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने पत्रकार वार्ता कर इस मामले का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि नैनीताल पुलिस के एक सिपाही की पत्नी से प्रकाश के अवैध संबंध हो गए थे। प्रकाश ने महिला की अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था।
टुकड़ों-टुकड़ों में प्रकाश कई बार महिला से रकम भी ऐंठ चुका था। हाल ही में प्रकाश ने और रकम की डिमांड की तो महिला ने अपने कांस्टेबल पति को पूरा वाकया बता दिया। यहीं से सिपाही ने प्रकाश को ठिकाने लगाने की योजना तैयार की। सिपाही ने अपनी पत्नी से ही फोन कराकर प्रकाश को हल्द्वानी बुलवाया।
इसके बाद अपने साले और उसके दोस्त की मदद से अवैध पिस्टल का इंतजाम किया। प्रकाश के हल्द्वानी पहुंचने के दौरान ही यहां वनभूलपुरा क्षेत्र में उपद्रव भड़क गया। बेहद शातिराना अंदाज में सिपाही ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर प्रकाश की गोली मारकर हत्या की और शव को गौला बाईपास के पास फेंक दिया, ताकि हर किसी को यह उपद्रव में हुई मौत की कहानी लगे।
मामले में शक होने पर एसएसपी मीणा ने एसओ वनभूलपुरा नीरज भाकुनी को टीम सहित जांच में लगाया। गुरुवार को पुलिस टीम ने हत्या आरोपी सिपाही, उसके साले और साले के दोस्त तीनों को गिरफ्तार कर लिया। सिपाही की पत्नी अभी फरार है। उसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
एक जगह पर तीन गोलियों ने पैदा किया शक-
एसएसपी मीणा ने बताया कि प्रकाश के सिर के पीछे दाहिनी तरफ तीन गोलियां एक ही जगह पर लगी थीं। पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि तीनों गोलियों को बेहद करीब से सटाकर मारी गई थीं। इससे पुलिस का शक और गहरा गया। शव के पास से मिले मोबाइल फोन की सीडीआर खंगाली गई।
जांच की गई तो यहां के कुछ नंबरों पर लगातार बातचीत का सुराग भी मिला। सीडीआर की मदद से पुलिस हत्या आरोपी सिपाही तक पहुंच सकी। फिलहाल मामले की इकलौती महिला आरोपी अभी फरार चल रही है।