राजधानी दिल्ली में स्थित जंतर मंतर में आगामी 29 जुलाई को महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों को लेकर महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्का लांबा के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय महिला कांग्रेस राष्ट्र व्यापी आदोलन की शुरूआत करने जा रही है। इस पूरे आन्दोलन की 3 बड़ी महत्वपूर्ण मांगे केन्द्र की सरकार से रहेंगी। राजस्थान में 6 महीने में महिला अपराधों के 20 हजार केस, मंत्री जी ने कहा महिला उत्पीड़न मामलो में कमी आयी है।
1. महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण और भागीदारी के तहत महिला आरक्षण कानून को तुरन्त लागू किया जाना है, पिछड़े वर्ग ओ.बी.सी. की बहनों को आरक्षण में भागीदारी सुनिश्चित की जाय।
2. आर्थिक सशक्तिकरण के तहत देश की आधी आबादी जो बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी से लड़ रही है उसे राहत देने के लिये नारी न्याय के तहत महालक्ष्मी योजना के अनुसार गरीब परिवार की एक महिला को सालाना 1 लाख रूपये या हर महीने 8500 रूपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दिये जाने की मांग करते हैं।
3. सामाजिक न्याय व सुरक्षा का अधिकार देश भर में लगातार महिलाओं के विरूद्ध अपराधों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है और अपराधियों में डर खत्म होता जा रहा है। इसका सीधा उदाहरण मध्य प्रदेश में रीवा में दो महिलाओं को दबंगों द्वारा जिन्दा गाढ़े जाने की घटना ने देश को शर्मशार किया है। उत्तराखण्ड के जनपद हरिद्वार में 14 वर्षीय नाबालिग की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गयी, इससे पूर्व भी अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड, केन्द्र सरकार के बजट में महिलाओं की सुरक्षा के तहत महिलाओं की पुलिस में भर्ती और महिला थानों के लिये बात रहेगी।महिला कांग्रेस ने कहा कि महिलाओं के न्याय मिलने तक उनका यह आन्दोलन चलता रहेगा।