मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी जिलों के लिए भारी बारिशका अलर्ट जारी किया है। नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंहनगर और पौड़ी जिले में गुरुवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों के लिए भी चेतावनी जारी की है। इन जिलों में विशेष एहतिहात बरतने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग को सचेत किया गया है।मौसम विज्ञान केंद्र दून ने राज्य में अगले 24 घंटे कापूर्वानुमान जारी करते हुए सभी 13 जिलों के लिए अलग-अलग श्रेणी का अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर नैनीताल, चंपावत, यूएसनगर और पौड़ी जिले में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा दून, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिले में तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट और हरिद्वार, चमोली, रुद्रप्रयाग के साथ ही उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश का ये अलर्ट जारी किया है।कोटद्वार और बनबसा में भारी बारिशकोटद्वार में 24 घंटे में 277 मिमी बारिश, चंपावत के बनबसामें 206 मिमी., कालाढूंगी में 203 मिमी. रिकॉर्ड की गई।अल्मोड़ा के भैंसियाछाना, टनकपुर, ज्योलीकोट, नैनीताल,रामनगर, हल्द्वानी, यमकेश्वर, खटीमा, पंतनगर में भी 100एमएम से अधिक बारिश पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड की गई।मुनिकीरेती के खारास्रोत क्षेत्र से लोगों को शिफ्ट कियाभारी बारिश के कारण बुधवार देर रात मुनिकीरेती क्षेत्र के खारास्रोत की बरसाती नदी में उफान से आसपास के आबादी क्षेत्र में पानी भर गया। देर रात नरेंद्रनगर के एसडीएम देवेंद्र नेगी ने अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर यहां से करीब एक सौ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया। उधर, मसूरी में बुधवार दोपहर में हल्की धूप खिली। इसके बाद शाम को तेज बारिश हुई। साथ ही कोहरा छा गया। इससे वाहनचालकों को परेशानी हुई। आपदा से निपटने के लिए अलर्ट रहें अफसर: सीएमपीएम पुष्कर धामी ने राज्य में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए अफसरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। सीएम नेकहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों के लोगों के• लिए पहले ही समुचित व्यवस्थाएं कर ली जाएं।मुख्यमंत्री धामी बुधवार को सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश की जानकारी मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल और यूएसनगर के जिलाधिकारियों से फोन पर बात कर नुकसान और जलभराव की स्थिति का अपडेट लिया। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखने और सभी संस्थाओं से समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए। ताकि आपदा राहत बचाव का काम तेजी से किया जा सके।