बागेश्वर से जुडी एक बड़ी ख़राब सामने आ रही है यहाँ बीते 17 सितम्बर की सुबह को परियोजना स्थल पर भूस्खलन होने से पर्वतीय पावर लिमिटेड की कपकोट के मुनार स्थित 4.8 मेगावाट क्षमता की मुनार जल विद्युत परियोजना भूस्खलन की चपेट में आ गई है। जिसकी वजह से इस इलाके की बिजली का उत्पादन ठप हो गया है। इस टूटी हुई परियोजना की मरम्मत होने में करीब दो महीने लगने की संभावना जताई जा रही है। इस अवधि में कंपनी को करीब ढाई करोड़ रुपये का नुकसान होने वाला है। पर्वतीय पावर लिमिटेड से मिली जानकारी के अनुसार परियोजना स्थल पर भूस्खलन होना से बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से परियोजना की फीडर लाइन क्षतिग्रस्त हो गई और बिजली उत्पादन बंद पड़ गया। इस परियोजना से यूपीसीएल के कपकोट में बने सब स्टेशन में बिजली आपूर्ति की जाती है। इससे रोज करीब चार लाख रुपये की बिजली यूपीसीएल को बेची जाती थी।कंपनी ने परियोजना की फीडर लाइन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। इसमें दो महीने से अधिक का समय लग सकता है। यूपीसीएल के कपकोट सब स्टेशन को ग्रिड से बिजली की आपूर्ति करनी पड़ रही है।मुनार में पर्वतीय पावर लिमिटेड के परियोजना प्रबंधक राजेश उपाध्याय का कहना है कि परियोजना की फीडर लाइन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। मरम्मत में दो महीने का समय लगेगा। कंपनी को इस दौरान ढाई करोड़ से अधिक का नुकसान हो जाएगा।