अल्मोड़ा नगर में रानीधारा लिंक रोड का निर्माण सीवर लाइन बनने के बाद से लंबे समय से अधर में लटका हुआ है। जिसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला लंबे समय से इस मार्ग को दुरुस्त करने की मांग करते आ रहे है। लेकिन कार्यदायी संस्था के कान में जू तक नही रेग रही है, कुछ दिनों पहले हुई 2 घंटे की बारिश ने उक्त मार्ग में बने शिविर लाइन के कारण मार्ग में अस्त-व्यस्त हुए मालबे के कारण पानी का पारंपरिक मार्ग अवरुद्ध हो गया जिस कारण बरसात का पानी लोगो के घरों में घुस गया, यदि बरसात से पर्व इस मार्ग का निर्माण कार्य पूरा नही हुआ तो लोगो के मकान सहित जान माल का बड़ा नुकसान हो सकता है। विनय किरौला ने कहा कि यदि बरसात से पूर्व हर हालत में उक्त मार्ग पूरा हो जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह में रानीधारा लिंक रोड का कार्य प्रारंभ नही हुआ तो वो धरने में बैठेंगे,जिसकी जिम्मेदारी पूर्ण रूप से शासन-प्रशासन की होगी। यदि रानीधारा लिंक रोड में इंटरलॉकिंग टायल्स या सी0सी0 मार्ग(जो उचित हो) का निर्माण 21 जून से प्रारम्भ नही हुआ तो मजबूरन हमे रानीधारा वासियों के साथ 22 जून यानी कल शानिवार से धरने पर बैठने पर मजबूर होना पड़ेगा। ज्ञात रहे कि पिछले दिनों हुई 2 घंटे की बरसात से सड़क के नीचे के मकानों में पानी और मालवा घुस गया था,बड़ी आपदा आने से बच गयी,साथ ही रोजाना इस लिंक रोड में स्कूली बच्चों सहित हज़ारों लोग आवाजाही करते है,घरों में मालवा और पानी आने का कारण शिविर लाइन बनने के बाद खुर्द-बुर्द हुए रास्ते से मालवा-मट्टी की कार्यदायी संस्था द्वारा सफ़ाई न किया जाना व प्रस्तावित इंटरलॉकिंग टाइल्स या सी0सी0 मार्ग का निर्माण हमारे द्वारा कार्यदायी संस्था पर पिछले लंबे समय से आग्रह करने के बाद भी न बनना है,जो कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही को दिखता है,जिस कारण इस मार्ग में जान-माल का खतरा बना हुआ है,जल्द ही मानसून आने वाला है यदि मानसून से पूर्व आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील हो चुके इस इलाके की इस लिंक रोड का निर्माण नही किया गया तो बड़ी आपदा आ सकती है,जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। विभिन्न संगठनों सहित व्यापार-मंडल, बार ऐसोसिएशन, बुद्धिजीवीयो, छात्रों सहित अल्मोड़ा की प्रबुद्ध जनता से अपील की है कि इस अत्यंत संवेदनशील मुद्दे में संगठित होकर उस धरने में शामिल हो।