अल्मोड़ा जिले में हवालबाग के रैंगल गांव निवासी नीमा देवी उम्र 36 साल को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। गर्भवती के परिजनों ने उसे अस्पताल लाने के लिए आपातकालीन सेवा को बुलाया। पति हरीश राम और गांव की आशा कार्यकर्ता उसे लेकर रवाना हुए। घर से निकलने के छह किमी बाद ही गर्भवती की हालत बिगड़ गई और वह प्रसव वेदना से जूझने लगी। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए सीएमटी दीक्षा रावत ने जच्चा-बच्चा की जान बचाने के लिए एंबुलेंस में ही उसका प्रसव कराने का निर्णय लिया। सड़क किनारे एंबुलेंस खड़ी कर चालक देवेंद्र कुमार के सहयोग से उन्होंने गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराया। 108 के जिला प्रभारी मनोज सामंत ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। प्रसव के बाद दोनों को महिला अस्पताल में भर्ती किया गया।