अल्मोड़ा नगर में हर साल आयोजित होने वाले ऐतिहासिक नंदादेवी मेले के आयोजन पर पहली बार रूकावट पैदा हो रही है। अल्मोड़ा-नन्दादेवी मेला समिति मेले के भव्य आयोजन और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह को लेकर चिंतित है। अभी तक मेले के आयोजन को लेकर यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस बार मेला कहां लगाया जाएगा। दरअसल पिछले 05 सालो से एडम्स परिसर में मेले का आयोजन किया जा रहा है लेकिन इस बार नन्दादेवी मन्दिर समिति को एडम्स परिसर में मेला लगने की अनुमति नहीं मिल पाई है। जिसके चलते अल्मोड़ा-नन्दादेवी मेला समिति ने गहरा रोष व्यक्त किया है।
आज एक प्रैस वार्ता कर मेला समिति के मनोज सनवाल ने कहा –
नन्दादेवी के सीमित परिसर में मेला कराना कैसे सम्भव होगा? आगामी 3 सितम्बर को नन्दादेवी मेला समिति एक बैठक करेगी और तय करेगी कि इतने छोटे परिसर में मेला कैसे कराया जाए। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को ना जाने क्या दुरबुद्धि आयी कि उन्होंने एडम्स मैदान को नंदादेवी के मेले को देने में अपना विरोध दर्ज कर दिया।
समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने कहा –
हमारी मंशा केवल मां की पूजा करन, सांस्कृतिक कलाकारों को आगे बड़ा कर मेले को भव्य बनाना है। नन्दादेवी परिसर में कम जगह होने की वजह से पिछले 5 सालों से एडम्स परिसर में मेले का आयोजन कर मेले को भव्य रूप देने की एवं भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की जाती आ रही है। लेकिन इस बार एडम्स परिसर मेले के नन्दादेवी मन्दिर समिति को नहीं मिल पाया है। जिला प्रशासन चाहता तो एडम्स का मैदान मन्दिर समिति को दे सकता था लेकिन प्रशासन ने मन्दिर समिति को कोई सहयोग नहीं किया। अब नन्दा देवी परिसर में होने वाले मेले की समस्त जिम्मेदारी जिलाधिकारी एवं जिला प्रशासन की होगी। इस बार नन्दादेवी मेले की पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन लेता है तो ठीक है वरना इस बार नन्दा देवी समिति मेले से हाथ पीछे खींचने को मजबूर होगी, साथ ही हम अल्मोड़ा के व्यापारियों के पास भी जाएंगे और मन्दिर समिति के समर्थन में एक दिन के बाजार बन्द का आह्वाहन करेंगे।
यह लोग रहे उपस्थित-
प्रैस वार्ता में अध्यक्ष मनोज वर्मा,सचिव मनोज सनवाल,हर्ष कनवाल,भाजपा नगर अध्यक्ष अमित साह मोनू, उपाध्यक्ष तारा चन्द्र जोशी, राजेंद्र बिष्ट, अमरनाथ नेगी, गीता मेहरा, मीना भैंसोड़ा, दिनेश गोयल, अर्जुन बिष्ट,अनूप साह, मुन्ना वर्मा,जगत तिवारी आदि उपस्थित रहे।