अल्मोड़ा जिले में सोमेश्वर क्षेत्र के चनौदा, अधूरिया, जैंचोली, भनार, गुरुड़ा, बैगनिया, लखनाड़ी, जालधौलाड़, डिगरा, भगतोला, बले, रेमलाडूंगरी, मालौंज गांवो में बुधवार को रात को आसमान से बरपी आफत से अभी तक हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। भारी बारिश के बाद पहाड़ी से निकला मलबा लोगों के घरों में घुस गया। जो अभी तक घरों और रास्तों से नहीं हट सका है। चार दिन बाद भी यहां हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। यहां तक कि आपदा प्रभावित बिजली, पानी के लिए भी तरस गए हैं। आपदा प्रभावित गांव चनौदा में चार दिन से बिजली तो अधूरिया में जलापूर्ति ठप है। यूपीसीएल के लिए मलबे के बीच क्षतिग्रस्त खंभों और लाइन को ठीक करना चुनौती बना है। ऐसे में प्रभावित मोमबत्ती के सहारे घरों को रोशन करने के लिए मजबूर हैं। वहीं अधूरिया में पेयजल लाइन आपदा की भेंट चढ़ने से जलापूर्ति ठप है। किसी तरह टैंकरों से प्रभावितों की प्यास बुझ रही है। पानी की कमी के चलते प्रभावित कपड़े धोने के लिए दो किमी दूर नदी की दौड़ लगाने के लिए मजबूर हैं।