अल्मोड़ा जिले में बीते दो दिनों में हुई एक से दो घंटे की बारिश ने 500 साल पुरानी नगरी अल्मोड़ा में पानी के निकासी के सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है। इस बारिश के बाद इंदिरा कॉलोनी, रानीधारा, राजपुरा में मालवा और पानी लोगो के घरो में जा घुसा। इस विषय के जानकारों व उपलब्ध किताबो आदि से जानकारी जुटाई गयी तो नजरी तौर पर समझ मे आता है कि दशकों पूर्व में बने नगरपालिका के नालों की क्षमता आज की कई गुना बढ़ चुकी आबादी के घरेलू पानी व बरसात के पानी को वहन नही कर पा रही है, जिससे पानी ओवर फ्लो होकर लोगो के घरों में घुस रहा है।इसके अलावा लोगो ने बताया कि सीवर लाइन के कार्य से रास्तो से लगी दीवारे कमजोर हो गयी है जिससे पानी रिस कर लोगो के घर मे आ रहा है। इसके अतिरिक्त सिचाई विभाग की घोर लापरवाही के साथ ही हावी नौकरशाही ने 18 करोड़ से प्रथम चरण में बनने वाले नगरपालिका के 18 नालों जिस का उद्देश्य था कि इन बड़े नालों में इस तरह से कार्य हो कि इन नालों से पानी रिस कर लोगो के घरों में न जाए। किंतु तय समय पूरा हो जाने के बावजूद इन 18 नालों में अनेकों नालों में सिचाई विभाग ने हाथ तक नही लगाया है। जिसका नतीजे के रूप में 2 दिन पूर्व हुई बारिश में इस नाले से पानी ओवरफ्लो होकर लोगो के घर मे घुस गया।