अल्मोड़ा नगर में आज दिनांक 09 जुलाई मंगलवार को रानीधारा सड़क पुनर्निर्माण सँघर्ष समिति का विभिन्न मांगों को लेकर 18वे दिन भी धरना जारी रहा। संघर्ष समिति का आज शेष दो सूत्रीय मांगों को लेकर 18वे दिन भी धरना जारी रहा। धरने को महिलाओं का भारी समर्थन मिल रहा है।सँघर्ष समिति ने प्रशासन से माँग की है कि सड़क निर्माण के लिए नगरपालिका व लो0नी0वी0 के द्वारा इस लिंक रोड का निर्माण कार्य इस बरसात के बाद ही पूर्ण होगा। किंतु इस बरसात में रानीधारा वासी सीवर लाइन के निर्माण के बाद खुर्द-बुर्द हो चुकी सड़क व विभिन्न स्थानों पर सीवर लाइन बनने से टूट चुकी पेयजल लाइन से रिस कर आने वाले पानी से मकानों की दीवारों में सीलन व घरों में घुस रहे पानी से मकान टूटने की आसंका से भय के माहौल में जी रहे है। रानीधारा की महिलाओं का कहना है आपदा के भय में वो बरसात में वो रात भर सो नही पाते है, रात भर जग कर पहरा देते है, डर के साये में जीवन जीने को मजबूर हो गया है। संघर्ष समिति ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस बरसात में कम से कम संवेदनशील-अति संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर उन जगहों में पानी निकासी को निकासी नाले की ओर किया जाए,साथ ही लंबे समय से पेयजल की टूट चुकी व लीकेज पाइप लाइन का मरमत कराई जाए,ताकि क्षेत्रवासियों का शासन-प्रशासन पर भरोसा बना रहे व रानीधारा वासी इस बरसात में सुरक्षित रहे।
यह लोग रहे उपस्थित –
आज के धरने में विनय किरौला, सुजीत टम्टा, गीता पांडे, नीमा पांडे, दीपाली पाण्डे, कमला द्रमवाल, मीनू पंत, मुंज बिष्ट, दीपा बिष्ट, माया बिष्ट, सुशीला बिष्ट, पूनम जोशी, गुड़िया बिष्ट, सुधा उप्रेती, नीमा पंत, रविन्द्र सिंह, दिनेश धामी, एड0 सुनीता पांडे, संभू दत्त बिष्ट, दीप चंद्र पाण्डे, गणेश सिंह बनकोटी, पवन पंत, अंकित पंत, तनुजा पंत, सुमित नज्जोन, राहुल पंत, जया जोशी, मनीषा पंत, संगीता भंडारी आदि उपस्थित थे।