अल्मोड़ा जिले में गली, मौहल्ले व सड़को पर लावारिस घूमने वाले जानवरों को आश्रय देने के लिए गोशाला निर्माण की तैयार की गयी योजना फाइलों में धूल फांक रही है। छह माह बाद भी 12 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिल सकी है। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पशु स्वामियों की ओर से छोड़े लावारिस जानवर लोगों की परेशानी का सबब बने हुए।पशुपालन विभाग ने इन पशुओं को रहने और चारे की व्यवस्था के लिए जिले के विकासखंडों में पांच स्थानों पर भूमि चयन कर शासन को गोशाला निर्माण का प्रस्ताव भेजा। सितंबर 2023 में भेजे 12 करोड़ रुपये का प्रस्ताव फाइलों से आगे नहीं बढ़ सका है।