अल्मोड़ा नगर में स्थित सैकड़ो प्राचीन नौले आज विलुप्त होने के कगार पर आ पहुंचे है। लगातार नौलो की घट रही संख्या को देखते हुए पार्षद एवं युवाओं ने इनके संरक्षण एवं संवर्धन का जिम्मा अपने कंधों पर ले लिया है। पार्षदों द्वारा हफ्ते में एक बार नगर के किसी एक नौले की सफाईकी जा रही है। जिसके बाद निरंतर इनका संरक्षण भी किया जा रहा है। इस बारे में पार्षदों का कहना है कि जितने नौले नगर में बचे हैं इनको स्वच्छ रखकर संरक्षित किया जाए और अपनी आने वाली पीढ़ी को विरासत स्वरूप सौंपा जाए। पानी के संरक्षण के लिए प्रकृति द्वारा प्रदत्त नौलों का संरक्षण बेहद आवश्यक है। हम अपने क्षेत्र में बचे हुए नौलों को स्वच्छ रखें और इनका संरक्षण करें। उनका यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। आज पार्षद के द्वारा पांडेखोला बाईपास से नीचे ग्रामीण एवं शहर के मध्य में स्थित नौले की सफाई की गयी। आज के इस कार्यक्रम में पार्षद अमित साह मोनू,हिसालु संस्था के कृष्णा सिंह, सतीश उपाध्याय, उमेश नयाल, अनुनय पांडे अतुल पांडे आदि लोग उपस्थित रहे।
